- पटना के राजेंद्रनगर समेत 6 इलाकों में मंगलवार देर शाम तक 4 से 6 फीट पानी भर गया है।
- एनडीआरएफ की नाव पर लोग चिल्ला रहे हैं, लेकिन राहत नहीं पहुंची है ।
पटना (बिहार)। बुधवार को पटना में भी पानी कर्फ्यू लगा हुआ है। शुक्रवार की शाम से 6 लाख से अधिक लोग राजेंद्रनगर, कंकरबाग, बहादुरपुर, एस्कापुरी, राजीवनगर, पाटलिपुत्र और रामकृष्ण नगर के घरों में कैद हैं। राजेंद्रनगर में बिजली या पानी नहीं है।यहां तक कि सामान भी खत्म हो रहा है। पानी नहीं होने से रसोई भी बंद है। बच्चों को दूध भी नहीं मिल रहा है। लोग अब भोजन के पैकेट पर अपना जीवन जीने को मजबूर हैं। ये क्षेत्र वर्तमान में 4 से 6 फीट तक पानी से भरे हैं। जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण समस्या बढ़ती जा रही है।
जिला प्रशासन और एनडीआरएफ टीम के संपर्क में आने वाले लोगों को ही शरणार्थियों द्वारा बचाया जा रहा है। एनडीआरएफ की नाव देख लोग मदद के लिए चिल्ला रहे हैं। पानी की सबसे ज्यादा जरूरत है। यहां तक कि हवा को छोड़कर सभी घरों में हवा नहीं पहुंचाई जा सकती। सिस्टम ने आदेश दिया है कि सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहें।
विस्तार | जलभराव (बुधवार सुबह 9 बजे से सुबह 9 बजे तक) |
राजेंद्र | 4 से 6 फीट |
Ramakrsnanagara | 4 से 5 फीट |
पाटलिपुत्र कॉलोनी | 3 से 4 फीट |
Esakepuri | 3 से 4 फीट |
राजीवनगर, सेतु नगर, सिपारा से पहाड़ी तक | 2 से 3 फीट |
पानी निकलने में अभी भी दो दिन लगेंगे । वर्षा जल के निपटान के लिए पटना में 37 पंप हाउस हैं। राजेंद्रनगर क्षेत्र में 12 से अधिक पंप हाउस भारी बारिश के कारण जलमग्न हो गए। जिसके कारण पानी की निकासी नहीं हुई। प्रशासन इसे चालू करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन बिजली नहीं होने से क्षेत्र को परेशानी हो रही है। दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ से भारत के पंप पंप को पानी की आपूर्ति करने के लिए कॉल किए गए हैं। शहर से पानी की निकासी हो रही है।
ए, बिहार में में में पिछले सप्ताह silasile की तेज़ी के साथ राज्य में valom संख्या के मरने हो गाय से बढ़कर 42 है। राज्य के 14 जिलों में 19 एनडीआरएफ टीमों को तैनात किया गया है। 4000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक है। शनिवार से रविवार तक पटना में पांच लोग मारे गए थे।